"आज भी गांव में चूल्हे पर बने हुए भोजन का जो स्वाद है, वह शब्दों से बयां नहीं किया जा सकता। मिट्टी के सौंधेपन और लकड़ी की सुगंध से मिलकर यह भोजन एक अनूठा अनुभव बन जाता है। हर निवाला, प्यार और मेहनत का प्रतीक होता है, जो हमें अपने पुराने दिनों की याद दिलाता है। यह स्वाद न केवल जीभ को बल्कि दिल को भी छू जाता है।"
Ещё видео!