Roke Zainab ne Kaha Aye Mere Sher Abbas | रोके ज़ैनब ने कहा अये मेरे शेर अब्बास
Poetry & Composition - Waiz Hasan Sultanpuri
Recited by- Anjuman Sipah-e-Hussaini Bhanauli Sadat
Posted by- @AzadariBhanauli
Lyrics- (English & Hindi)
Roke Zainab ne Kaha Aye Mere Sher Abbas
रोके ज़ैनब ने कहा अये मेरे शेर अब्बास
ROKE ZAINAB NE KAHA AYE MERE SHER ABBAS
CHIN GAYI MERI RIDA AYE MERE SHER ABBAS x2
रोके ज़ैनब ने कहा अये मेरे शेर अब्बास
छिन गई मेरी रिदा अये मेरे शेर अब्बास
JAB MERE SAR SE RIDA CHEEN RAHE THE AADA
AISA LAGTA THA MUJHE MERA JARI AYEGA
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
TU NA AAYA BHAIYYA
जब मेरे सर से रिदा छीन रहे थे अादा
ऐसा लगता था मुझे मेरा जरी आयेगा
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
तू न आया भैय्या...
AAG KHAIMON ME LAINO NE LAGA DI AAKAR
DURRE BARSAYE SAKINA PE YAHI KAH KAH KAR
KAHAN HAI AB TERA CHACHA
AYE GHAMZADA, AYEGHAM ZADA
AB KAHAN HAI SAKKA
आग ख़ैमों में लईनों ने लगा दी आकर
दुर्रे बरसाए सकीना पे यही कह कह कर
कहाँ है अब तेरा चचा
अये ग़मज़दा, अये ग़मज़दा
अब कहाँ है सक्का...
SHIMR NE BALI SAKINA KO TAMACHE MARE
AUR MERE SAMNE MASOOM KAY CHEENE BUNDE
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
KUCH NA BAS MERA CHALA
शिम्र ने बाली सकीना को तमाचे मारे
और मेरे सामने मासूम के छीने बुंदे
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
कुछ न बस मेरा चला...
MERE GHAZI MERE HATHON ME BANDHI JAB RASSI
SAR JHUKA KAR KAY BAHOT DER TALAK MAI ROYI
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
RUKH SUWE DARIYA THA
मेरे ग़ाज़ी मेरे हाथों में बंधी जब रस्सी
सर झुका कर के बहोत देर तलक मै रोई
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
रुख सुवे दरिया था...
EK RASSI ME GALA SABKA BANDHA THA BHAI
HAAL USS WAQT SAKINA KA JUDA THA BHAI
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
USKA DAM GHUT'TA THA
एक रस्सी में गाला सब का बंधा था भाई
हाल उस वक़्त सकीना का जुदा था भाई
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
उसका दम घुटता था
JAB TERA KHALI ALAM KHOON ME DOOBA AAYA
MAI USI WAQT SE YE JAAN GAYI AYE BHAIYYA
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
AB TO BAS HOGI JAFA
जब तेरा ख़ाली अलम ख़ून में डूबा आया
मैं उसी वक़्त से ये जान गयी अये भैय्या
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
अब तो बस होगी जफ़ा
MERE GHAYYUR WAFADAR MERE SHAIDAYI
RO RAHI THI MERI GHURBAT PE MERI TANHAYI
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
HAS RAHE THE AADA
मेरे गय्यूर वफ़ादार मेरे शैदाई
रो रही थी मेरी ग़ुरबत पे मेरी तनहाई
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
हस रहे थे आदा
USS GHADI MERE KALEJE SE NIKALTA THA DHUWAN
JAB LAIN KAHTE THE AT'THARA BARADAR HAI KAHAN
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
DIL BAHOT ROTA THA
उस घड़ी मेरे कलेजे से निकलता था धुआँ
जब लईं कहते थे अठ्ठारह बरदार है कहाँ
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
दिल बहोत रोता था
YAAD AAYA HAI BAHOT GHAR SE NIKALNA MERA
TERE PARCHAM KAY TALE SHAN SE CHALNA MERA
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
JAB KHULA SAR MERA
याद आया है बहोत घर से निकलना मेरा
तेरे परचम के तले शान से चलना मेरा
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
जब खुला सर मेरा
HAMKO JAB SHAM KAY BAZAR ME MARE PATTHAR
AUR DAHAKTE HUE ANGARE JO DALE HAMPAR
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
TU BAHOT YAAD AAYA
हमको जब शाम के बाज़ार में मारे पत्थर
और दहकते हुए अंगारे जो डाले हमपर
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
तू बहोत याद आया
THOKARE KHATI RAHI ZAINAB-E-MUZTAR WAYEZ
ROKE KAHTI RAHI ABBAS KI KHWAHAR WAYEZ
AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA, AYE BAWAFA
BAS YAHI THA NOHA
ठोकरें खाती रही ज़ैनब-ए-मुज़तर वाएज़
रोके कहती रही अब्बास की ख़्वाहर वाएज़
अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा, अये बावफ़ा
बस यही था नौहा
KALAM/क़लाम
वाएज़ हसन सुल्तानपुरी
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