आँखे जब भारी हो जाता है , जो सबसे मुख्या कारण है , वो आँखों के ड्राइनेस है। मतलब आँख की नमी काम हो गयी है। आँख की नमी को आप ऐसे समझिये की अगर ाओंके हाथ में नमी नहीं है , तो हाथ को एक बकेट नहीं दाल सकते है। उसकेलिये आपको हाथमे क्रीम डालना पड़ेगा या कोई तेल डालना पड़ेगा। हवा का जो मॉइस्चर है वो उस क्रीम में जायेगा और वो हमारे हाथ में जाएगा। इसी तरकीब से हमारे आँख में म्यूकस होता है। ये म्यूकस जब काम हो जाएगा , तो उनके आँख के सेल में पानी नहीं मिल रहा है। इसकेलिए हमारा एक उपाय है , जिसको हम कहते है की लैक्रिमल सिलिकॉन प्लग। अभी तक ये यु एस में ही मिलता है और ये पेटेंटेड हुआ है सिर्फ ये छोटे से कनाल केलिए। ये ३०० मिक्रोस ही है। इसकेलिए कोई ऑपरेशन की ज़रुरत नहीं है , वो उसको जाके ब्लॉक कर देता है। जब एक जगह ब्लॉक हो जाता है , वो हमारे आँख को थोड़ा और मज़बूत कर देता है। इसके साथ साथ ऑइंटमेंट डालते है , ड्राप डालते है , मल्टीविटामिन टेबलेट देते है और जीन थेरपी करते है।
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