दीपावली तिथि का निर्धारण का मुख्य प्रत्यय लक्ष्मी पूजा व अमावस्या अर्ध रात्रि की तांत्रिक उपासना है। मतलब अमावस्या की रात्रि वो भी अर्ध रात्रि मिले तथा लक्ष्मी पूजा मुख्यतः स्थिर लग्न में होती है। स्थिर लग्न 02 होते हैं वृष व सिंह।यह दोनों लग्न 31 की रात्रि में प्राप्त होंगे। अमावस्या की तांत्रिक सिद्धि की अर्ध रात्रि भी 31 को ही प्राप्त होगी। प्रदोष शब्द जहां भी आएगा वह शुभ रहेगा। प्रदोष का सम्बंध शिव व शिव उपासना से होता है। लक्ष्मी पूजन व्यावसायिक प्रतिष्ठान में प्रदोष व वृष लग्न में तथा घर में प्रदोष व सिंह लग्न में होती है। दीपावली 1 नवंबर को ही मनाई जाएगी। दीपावली की अमावस्या की अर्ध रात्रि में सिद्धि वर्षा होती है। बड़े साधक इसी रात्रि को माता काली उपासना करते हैं। अमावस्या मूलतः धन के साथ शक्ति उपासना है।
#Diwali_2024 #Deepavali_2024 #Diwali #Deepavali #Diwali_Kab_Hai #Diwali_Pujan_Vidhi #Diwali_Date_And_Time #Diwali_Shubh_Muhurat #Diwali_Puja_Vidhi #Dharm_Sadhna #Dharm #diwalipujaathome #diwalipujakividhi #DiwaliKiPujaKaiseKarein #DiwaliPujaShubhMuhurt #diwali2024 #diwali2024date
विशेषज्ञ की सलाह:
एक ज्योतिष विशेषज्ञ से सलाह लें, जो आपकी व्यक्तिगत कुंडली को देखकर उपयुक्त उपाय सुझाएगा।
अगर आप अपनी समस्याओं के लिए परामर्श करना चाहते हैं एवं कुंडली विश्लेषण करवाना चाहते हैं तो
संपर्क करें - +91-8800981598 (Call/WhatsApp)
------------------------------------------------------------------------------------------------------
Connect to us:
Call Us: +91 8800981598 +91 8800584558
Facebook: [ Ссылка ]
Instagram: [ Ссылка ]
Twitter: [ Ссылка ]
YouTube: [ Ссылка ]
------------------------------------------------------------------------------------------------------
𝑫𝒐𝒏'𝒕 𝑭𝒐𝒓𝒈𝒆𝒕 𝑻𝒐 𝑺𝒖𝒃𝒔𝒄𝒓𝒊𝒃𝒆 𝑶𝒖𝒓 𝑪𝒉𝒂𝒏𝒏𝒆𝒍 𝑭𝒐𝒓 𝑹𝒆𝒈𝒖𝒍𝒂𝒓 𝑼𝒑𝒅𝒂𝒕𝒆𝒔
------------------------------------------------------------------------------------------------------
Ещё видео!