#BudhwarVratKatha
#Budhwar
#Wednesday
बुधवार व्रत को शुक्ल पक्ष आने वाले पहले बुधवार से शुरू करना शुभ माना जाता है।
जो स्त्री-पुरुष विधिवत बुधवार का व्रत कर के व्रत कथा सुनते हैं, भगवान बुध देव उनके सभी कष्ट दूर करते है।
बुधवार को प्रातः स्नानादि कार्यों से निवृत्त होकर, भगवान बुध की पूजा करें। व्रत करने वाले को हरे रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। भगवान बुध की प्रतिमा न होने पर भगवान शंकर की मूर्ति या भगवान गणेश की पूजा भी की जाती हैं। पूरे दिन फलाहार से ही व्रत करना चाहिए। शाम के समय संध्या आरती कर एक समय भोजन करना चाहिए। बुधवार व्रत में हरे रंग के वस्त्रों, फूलों और सब्जियों का दान जरूर देना चाहिए। बुधवार व्रत में एक समय दही, मूंग दाल का हलवा या हरी वस्तु से बनी चीजों का सेवन करना चाहिए।
ऐसी ही और कथाओं का लिंक नीचे दिया गया है, कृपया कथा सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें:
बुध ग्रह जन्म कथा
budh grah ka janm
बुध ग्रह की कथा
बुध ग्रह का जन्म कैसे हुआ
Rochak katha
budh grah
budh grah ki kahani
budh dev ki kahani
budh devta ki kahani
budh dev
budh grah ki jankari
budha graha
navgrah ki kahani
buddh dev ki katha
budh devta ki katha
mangal dev
बुध ग्रह
budh grah katha
9 grah ki kahani
buddh grah
budh graha
budh dev ki katha
budh devta
budh grah ke devta kaun hai
budh grah ki katha
budha graha mantra
mangal dev ki katha
बुध ग्रह जन्म कथा - जानिए कैसे हुआ बुध ग्रह का जन्म, कैसे हुए बुध ग्रह के 2 पिता | Budh Graha Birth | बुध का जन्म कैसे हुआ? | Budh Graha Janam Katha | Budg Graha Katha in Hindi
| Budh Graha
#chandramakatha #chandrama #tara #devgurubrahaspati #budhgraha #budhgrahajanam #budhgrahakatha #brahma #brahaspatitara #budhgrahamantra #budhgrahjanamkatha #budhgrahbirth #budhgrahpita #mercury #astrology
Ещё видео!