श्रीराम व ताड़का का युद्ध व ताड़का वध :-
इसके बाद महर्षि विश्वामित्र भगवान राम को ताड़का का वध करवाने के लिए लेकर गए (Tadka vadh)। शुरू में भगवान राम ताड़का का वध करने से हिचकिचाएं क्योंकि धर्म उन्हें स्त्री हत्या की अनुमति नही देता था किंतु महर्षि विश्वामित्र ने उन्हें ताड़का का वध करने का आदेश दिया। चूँकि ब्राह्मण की आज्ञा का उल्लंघन नही किया जा सकता था इसलिये भगवान श्रीराम ने अपने बाणों से ताड़का का वध कर दिया।
भगवान राम के द्वारा वध करते ही ताड़का को अगस्त्य मुनि के श्राप से मुक्ति मिली व साथ ही इस कुरुप व नरभक्षी रूप से भी मुक्ति मिली। स्वयं भगवान विष्णु के द्वारा वध होने के कारण ताड़का को मोक्ष भी प्राप्त हुआ।
Vishnu Puran Ramayan Episode - 82
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