'पुलिस में आने से पहले मैं डाक्टर था। तब मैं लोगों का इलाज कर रहा था। उस समय तकरीबन 15 साल का एक किशोर मेरे पास आया। उसकी आंख से दिखाई नहीं दे रहा था। परिवारीजनों ने बताया कि उसका यह हाल जहरीली शराब पीने से हुई है। मैने उसका इलाज शुरू किया। उसके शरीर से जहरीली शराब का असर कम करने के लिए शराब पिलानी पड़ी। तीन दिनों तक वह मां-मां चिल्लाता रहा और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया। यह घटना ने मेरे मन मस्तिष्क पर बड़ा असर डाला। मैं चाहता हूं कि आप सब इस बुराई के खिलाफ संकल्प लें ताकि लोगों की जान बचाकर परिवारों को तबाह होने से बचाया जा सके। एसपी सिटी के साथ सीओ कोतवाली बीपी सिंह, राजघाट इंस्पेक्टर राजेश पांडेय और पार्षद रामभुआल कुशवाहा भी मौजूद थे।
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